Friday, July 20, 2012

भाइयो क्या आप बता सकते हो की आम आदमी क्या होता है?

भाइयो क्या आप बता सकते हो की आम आदमी क्या होता है, ऐसा इंसान जो हमेशा डर और चिंता के साए मे रहे, घर पर रहे तो परिवार के खर्चे की चिंता, घर के बाहर लूट जाने की चिंता, लूट जाने पर पुलिस के पास जाने का डर, ना जाने पर दोबारा लूटने या पीटने का डर, चले जाने पर पुलिस के सवालो का डर, बता देने पर बार बार पुलिस के दफ़्तर जाने का डर, बस मे ट्रेन मे, या कही पर भी एक अजीब सा डर, वह है वह आम आदमी. आम आदमी के अधिकार इस लोकतांत्रिक देश मे आम आदमी के पास बहुत अधिकार है, वोट डालने का अधिकार पर किसको दे ये पता नही, देश मे कभी भी कही आने जाने का अधिकार पर कैसे ये पता नही, अपने या समाज के उपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाने का अधिकार पर कार्यवाही कों करेगा पता नही. ऐसा ही कुछ है हिन्दुस्तान का आम आदमी.

सज गई है जिस्म की मंडी?

ओलिंपिक गेम्स के लिए लंदन सजकर तैयार है। खिलाड़ियों के साथ-साथ दुनिया भर के खेल प्रेमी लंदन पहुंच रहे हैं। इस टूरिस्ट मेले का फायदा उठाने के लिए दुनिया भर के सेक्स वर्कर्स ने भी लंदन का रुख कर लिया है। सेक्स एजेंसियां (एस्कॉर्ट्स एजेंसियां) लंदन में लगे इस टूरिस्ट्स मेले का फायदा उठाने का कोई मौका नहीं चूकना चाहतीं। गौरतलब है कि पिछले कई सालों से ओलिंपिक और दूसरे स्पोर्ट्स इवेंट्स के दौरान शराब और शबाब में चलन में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है। सेक्स वर्कर्स मुहैया कराने वाली इन एजेंसियों ने टूरिस्ट्स को रिझाना भी शुरू कर दिया है। इसके लिए ये कई तरह के तिकड़म अपना रही हैं। बहुत सारी एजेंसियों ने ऐसे नाम अपना लिए हैं जो पहली ही नज़र में किसी का भी ध्यान अपनी तरफ खींच लें। कुछ एजेंसियां तो बकायदा पैकेज उपलब्ध करवा रही हैं। इन्होंने इसका नाम गोल्ड और सिल्वर पैकेज रखा है। हालांकि, पुलिस ने भी सेक्स ट्रैफिकिंग रोकने की पूरी तैयारी कर रखी है।

खास बात यह है कि तमाम सेक्स सर्विस मुहैया कराने वाली एजेंसियों ने अपने नाम और स्लोगन ऐसे रखे हैं, जो ओलिंपिक गेम्स स्पिरिट से मिलते-जुलते हैं। ओलिंपिक एस्कॉर्ट्स 2012 नाम की एक एजेंसी ने अपने विज्ञापन में लिखा है कि 'आइए और ओलिंपिक लंदन एस्कॉर्ट के साथ गोल्ड मेडल जीतिए'। हर एजेंसी अलग अंदाज में टूरिस्ट्स को टारगेट कर रही हैं। कुछ एजेंसियां एक की कीमत पर एक्स्ट्रा सेक्स वर्कर्स मुहैया कराने की बात कर रही हैं, तो कुछ इंडियन गर्ल्स का ऑफर दे रही हैं। ये एजेंसियां जमकर अपना प्रचार भी कर रही हैं। विज्ञापन के लिए पोस्टर्स से लेकर इंटरनेट तक का सहारा लिया जा रहा है। लंदन में बहुत से पेड फोन केबिन एस्कॉर्ट सर्विस एजेसियों के पोस्टरों से भरे पड़े हैं। वहीं कुछ एस्कॉर्ट्स एजेंसियों ने तो बाकायदा अपनी वेबसाइट्स भी तैयार की हैं।

जाहिर है, इस सब के लिए बड़े पैमाने पर सेक्स ट्रैफिकिंग की जा रही है। दुनिया भर से सेक्स वर्कर और एस्कॉर्ट्स भी लंदन पहुंच रही हैं। वहीं स्थानीय पुलिस का दावा है कि वह इस सब पर नज़र रखे हुए हैं। स्कॉटलैंड यार्ड के प्रवक्ता का कहना है कि इस बात का पहले से ही अंदेशा था कि गेम्स के दौरान लंदन में सेक्स वर्कर्स की तादाद बढ़ सकती है। ऐसे में 3 साल पहले ही ओलिंपिक के लिए एक खास टीम बनाई गई थी, जो गेम्स से जुड़ी सभी तरह की ट्रैफिकिंग पर नज़र बनाए हुए है, लेकिन लंदन के बाशिंदों का मानना है कि पुलिस सिर्फ लोकल सेक्स वर्कर्स को ही टारगेट कर रही है, जबकि इस पूरे खेल की कमान बड़े एजेंट्स और ऑर्गनाइज्ड गैंग्स के हाथों में हैं।

दरअसल पिछले कई सालों से ओलिंपिक और दूसरे स्पोर्ट्स इवेंट्स के दौरान शराब और शबाब में चलन में बढ़ोतरी देखी गई है। टूरिस्ट्स के अलावा इस पूरे खेल से खिलाड़ी भी अछूते नहीं रहे हैं। गौरतलब है कि एक पूर्व ऐथलीट ने अपनी किताब 'द सीक्रेट ऑफ ओलिंपियन' में कई सारे खुलासे किए थे। किताब में दावा किया गया है कि ओलिंपिक में शराब और कॉन्डम की भारी मांग रहती है। किताब में यह भी कहा गया है कि सिडनी ओलिंपिक के दौरान ऐथलीट्स को 70 हज़ार कॉन्डम दिए गए थे, लेकिन ये स्टॉक भी एक हफ्ते के अंदर ही खत्म हो गया था।

लंदन में प्रॉस्टिट्यूशन और सेक्स ट्रैफिकिंग को बढ़ावा देने वाले आराम से जिस्म का कारोबार चला रहे हैं। ईस्ट लंदन में स्ट्रैटफर्ड स्टेडियम के पास एस्कॉर्ट्स एजेंसियों की हलचल एकाएक बढ़ गई है। लंदन ओलिंपिक गेम्स के दौरान जहां दुनिया भर के खिलाड़ी 'गोल्ड मेडल' के लिए मेहनत कर रहे होंगे वहीं स्टेडियम से बाहर 'गोल्ड पैकेज' के लिए सौदेबाजी हो रही होगी।

राहुल शर्मा और परनेल का ड्रग टेस्ट पॉजिटिव।

मुंबई।। भारतीय टीम के युवा खिलाड़ी राहुल शर्मा और साउथ अफ्रीकी ऑलराउंडर वेन परनेल ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान आयोजित एक रेव पार्टी में ड्रग्स ली थी। इन दोनों की टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। राहुल शर्मा इस समय टीम इंडिया के साथ श्रीलंका दौरे में हैं। बीसीसीआइ के वाइस प्रेजिडेंट राजीव शुक्ला ने कहा कि अभी हम पूरी रिपोर्ट आने का इंतजार करेंगे। उसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, उन्होंने रिपोर्ट के देर से आने पर सवाल उठाए।

गौरतलब है कि पिछले 20 मई को रेव पार्टी की खुफिया सूचना मिलने पर मुंबई पुलिस ने जुहू के एक होटल में छापा मारा था। पुलिस ने 56 युवक और 38 युवतियों को हिरासत में लिया था, जिनमें कुछ विदेशी भी थे। पुलिस ने मौके से अन्य नशीले पदार्थो के साथ 110 ग्राम कोकीन भी बरामद की थी। पुलिस ने पकड़े गए लोगों के ब्लड और यूरीन टेस्ट लिए थे।

Saturday, June 2, 2012

यौवन क़ी ऊर्जा को बढाता है आयुर्वेद


आयुर्वेद एक सम्पूर्ण  विज्ञान एवं जीवन जीने क़ी कला का दूसरा नाम  है, जिसमें बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने हेतु रसायन औषधियों का सेवन बताया गया है ,ठीक इसी प्रकार यौवन को बरकार रखने हेतु वाजीकरण औषधियों का उल्लेख है. आचार्य चरक के अनुसार जिन औषधियों के सेवन से व्यक्ति अश्व  शक्ति एवं पौरुष सामर्थ्य को प्राप्त करता है,वैसी औषधियां वाजीकारक की श्रेणी में आती हैंI हाँ, यह भी एक सत्य है क़ि आचार्यों ने वाजीकरण औषधियों को लेने से पूर्व रसायन औषधियों को लेना उदधृत किया है. इसी सन्दर्भ में महर्षि च्यवन का नाम आता है, जिनके  शारीरिक रूप से क्षीण होने  और राजकुमारी से अपने वैवाहिक जीवन निर्वाह करने हेतु अश्वनी कुमारों द्वारा च्यवनप्राश नामक रसायन के  निर्माण जैसी कथा भी जुडी है. पौरुष सामाजिक ,वैवाहिक जीवन सहित संततिवृद्धि के लिए आवश्यक है. पौरुष्यहीन व्यक्ति की तुलना  आयुर्वेद के  आचार्यों ने सूखे पेड़ से की है ...अतः यौन आनंद एवं क्षमता जीवन की गाडी को सुचारू रूप से चलाने के लिए नितांत आवश्यक है..हाँ ब्रह्मचर्य का पालन भी सुखमय जीवन हेतु आवश्यक है.जिसे संततिनिरोध के साधन के रूप में अपनाया जा सकता है.
आइये आज हम आपको कुछ ऐसे सरल योग बतलाते हैं जिन्हें उत्तम वाजीकारक के रूप में लिया जा सकता है.
-उड़द को घी में भून लें और फिर दूध में पकाकर खीर बना लें.अब इस खीर में खांड मिलाकर ग्रहण करें और पौरुष्य  लाभ देखें.
-आंवले के चूर्ण को आंवले के रस में सात भावनाएं देकर (सात बार घोंटकर ) पांच ग्राम चूर्ण में शहद और शुद्ध घी मिलाकर सेवन कराने से कामेक्षा में बढ़ोत्तरी पायी जाती है.
-शतावरी की ताज़ी जड़ को यवकूट कर दस से बीस ग्राम की मात्रा में लेकर 150 मिली दूध में  पकायें ...इसमें लगभग 250 मिली पानी भी मिला दें ..जब उबालते-उबालते पानी समाप्त हो जाय और केवल दूध शेष रहे तो इसे छान कर खांड मिला कर सुबह शाम लेने से मैथुन सामर्थ्य में वृद्धि होती है.
-विदारीकन्द का चूर्ण 2.5 ग्राम को गूलर के 15 मिली रस में मिलाकर सुबह शाम दूध से लेने पर दीर्घ आयु पुरुष भी मैथुन में  सक्षम हो जाते हैं.
-केवांच के बीज ,खजूर,सिंघाड़ा,द्राक्षा और उड़द इन सब को बीस-बीस ग्राम की मात्रा में लेकर 250 मिली पानी में मिलाकर आग पर पकायें ...जब पानी समाप्त हो जाय तो इसमें खांड,वंशलोचन,शुद्ध घी एवं मधु मिलाकर सेवन करने से शुक्र के निर्बलता एवं क्षीणता में लाभ मिलता है. 
-शतावरी से सिद्धित घृत को 2.5 से 5 ग्राम की मात्रा में खांड एवं शहद के साथ लेना भी पौरुष शक्ति को बढाता है 
-मुलेठी चूर्ण 1.5 ग्राम को शुद्ध घी और मधु के साथ सेवन करने से भी कामेक्षा बढ़ती है.
-गोखरू बीज ,तालमखाना बीज,शतावरी,कौंच बीज ,नागबला की जड़ ,अतिबला की  जड़ इन सब को यवकूट कर चूर्ण बनाकर  2.5 ग्राम की मात्रा में दूध के साथ सुबह शाम लेने से पौरुष शक्ति में बढ़ोत्तरी होती है.
-शतावरी घृत में 2.5 से 5 ग्राम की मात्रा में पिप्पली चूर्ण 1.5ग्राम मिलाकर खांड और शहद के साथ लेना भी पौरुष बल देता है.
-शतावरी,गोखरू ,वरादीकंद,शुद्ध भल्लातक,गिलोय ,चित्रक ,त्रिकटु ,तिल ,विदारीकन्द और मिश्री मिलाकर बनाया गया चूर्ण जिसे नरसिंह चूर्ण के नाम से जाना जाता है एक उत्तम वाजीकारक औषधि है.
-मकरध्वज रस 250 मिलीग्राम की मात्रा में सुबह शाम अदरख स्वरस एवं शहद  के साथ लेना शरीर में स्फूर्ति  एवं उत्साह को बढाता है तथा शुक्र सम्बन्धी दोषों को दूर करता है.
ये तो चंद योग हैं जिससे पौरुष्य एवं शारीरिक यौन ऊर्जा को बढाया जा सकता है ...आयुर्वेद में ऐसी अनेक औषधियां मौजूद हैं जिनसे यौवन को बरकार रखा जा सकता है ..बस आवश्यकता है इन औषधियों का सेवन चिकित्सक के परामर्श से हो तो बेहतर है.